Atal Pension Yojana: हर आदमी की सबसे बड़ी फिक्र यही रहती है कि जब बुढ़ापा आएगा और काम करने की ताकत कम हो जाएगी, तो खर्चा कैसे चलेगा? बच्चों की मदद पर ही निर्भर रहना पड़ेगा या फिर सरकार से कोई सहारा मिलेगा? इन्हीं सब परेशानियों को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने Atal Pension Yojana (APY) शुरू की है। इस योजना की सबसे खास बात यह है कि इसमें कामकाजी उम्र में आप जितनी छोटी-छोटी बचत करेंगे, उसका फल आपको बुढ़ापे में आजीवन पेंशन के रूप में मिलेगा। यानी जब आय का कोई दूसरा साधन नहीं रहेगा, तब भी हर महीने सरकार की तरफ से ₹1000 से लेकर ₹5000 तक पेंशन मिलती रहेगी।
अटल पेंशन योजना क्या है
यह योजना खासकर उन लोगों के लिए बनाई गई है जो असंगठित क्षेत्र (Unorganized Sector) में काम करते हैं। जैसे कि किसान, मज़दूर, रिक्शा चालक, छोटे दुकानदार या दिहाड़ी मज़दूर। इन लोगों को बुढ़ापे में पेंशन की सुविधा नहीं मिलती। लेकिन सरकार चाहती है कि हर नागरिक को बुढ़ापे में आर्थिक सुरक्षा मिले। यही कारण है कि APY योजना शुरू की गई। इसमें 60 साल की उम्र पूरी करने के बाद ₹1000, ₹2000, ₹3000, ₹4000 और ₹5000 तक पेंशन मिल सकती है। इसमें नौकरीपेशा लोग भी जुड़ सकते हैं, अगर उनके पास पहले से कोई पेंशन योजना नहीं है।
कितनी उम्र में जुड़ सकते हैं योजना से
इस योजना में शामिल होने के लिए आपकी उम्र कम से कम 18 साल और अधिकतम 40 साल होनी चाहिए। जितनी कम उम्र में आप योजना से जुड़ेंगे, उतना ही आपके लिए फायदेमंद रहेगा। क्योंकि उम्र कम होने पर मासिक किस्त (contribution) भी कम देनी पड़ेगी। उदाहरण के तौर पर अगर कोई 18 साल का लड़का या लड़की इस योजना में जुड़कर ₹5000 पेंशन चुनता है, तो उसे हर महीने केवल ₹210 की किस्त देनी होगी। जबकि अगर कोई व्यक्ति 30 साल की उम्र में यही पेंशन चुनता है, तो उसे हर महीने करीब ₹577 देने होंगे। इससे साफ है कि जितनी जल्दी योजना से जुड़ेंगे, उतना ही कम खर्च करना होगा।
कितनी किस्त जमा करनी होती है
अटल पेंशन योजना में किस्त आपकी चुनी गई पेंशन राशि और उम्र पर निर्भर करती है। इसमें आपको हर महीने बैंक खाते से ऑटोमेटिक कटौती (auto debit) के जरिए किस्त जमा करनी होती है। यह व्यवस्था इतनी आसान है कि आपको किस्त याद रखने की जरूरत नहीं होती। अगर कोई व्यक्ति कम पेंशन (₹1000) चुनता है और जल्दी उम्र में जुड़ता है, तो उसकी किस्त बहुत ही कम होती है। जबकि अगर वही व्यक्ति ज्यादा पेंशन (₹5000) चुनता है और 30-35 साल की उम्र में योजना से जुड़ता है, तो उसकी किस्त बढ़ जाती है। यानी इस योजना में किस्त हमेशा उम्र और चुनी गई पेंशन पर आधारित होती है।
₹5000 पेंशन कैसे मिलेगी
जो लोग इस योजना का सबसे बड़ा फायदा चाहते हैं और ₹5000 मासिक पेंशन का विकल्प चुनते हैं, उन्हें 60 साल की उम्र तक नियमित किस्त जमा करनी होगी। इसके बाद जब वे 60 साल के हो जाएंगे, तो उन्हें हर महीने ₹5000 पेंशन मिलेगी। यह पेंशन जीवनभर मिलती है। अगर खातेधारक का निधन हो जाता है, तो उनकी पत्नी या पति को पेंशन मिलती रहती है। और दोनों के निधन के बाद, जमा की गई पूरी राशि उनके नॉमिनी (Nominee) को मिल जाती है। इस तरह यह योजना न केवल बुजुर्ग व्यक्ति के लिए बल्कि पूरे परिवार के लिए आर्थिक सुरक्षा देती है।
क्यों चुनें अटल पेंशन योजना
इस योजना में पूरी तरह Government Guarantee है यानी पेंशन मिलना पक्का है।
यह योजना छोटे-छोटे निवेश से बुढ़ापे में बड़ी राहत देती है।
गरीब और मध्यमवर्गीय लोग भी आसानी से इस योजना में शामिल हो सकते हैं क्योंकि किस्त बहुत कम है।
पति और पत्नी दोनों खाता खोल सकते हैं और दोनों को पेंशन मिल सकती है, जिससे घर की आमदनी और बढ़ जाएगी।
ग्रामीण इलाकों में भी यह योजना बहुत लोकप्रिय है क्योंकि खाता पोस्ट ऑफिस या नजदीकी बैंक शाखा में आसानी से खोला जा सकता है।
Disclaimer: अटल पेंशन योजना का कैलकुलेशन मौजूदा नियम और ब्याज दर पर आधारित है। इसमें किस्त और पेंशन की राशि आपकी उम्र और चुने गए पेंशन विकल्प पर निर्भर करती है। सरकार समय-समय पर नियमों में बदलाव कर सकती है। इसलिए खाता खोलने से पहले अपने बैंक या पोस्ट ऑफिस से पूरी जानकारी जरूर लें।